Saturday, September 12, 2015

क़र्ज़ से परेशान किसान ने ट्रेन के सामने कूद के की आत्महत्या



क़र्ज़ से परेशान किसान ने ट्रेन के सामने कूद के की आत्महत्या

छत्तीसगढ़ के आरंग में 45 साल के गोकुल साहू ने कल कर्ज़ से व्यतिथ होके आत्महत्या कर ली , हालात बेहद ख़राब है ,सभी का एक जैसा हाल है , फसल बर्बाद हो गई है .इस सप्ताह पानी नहीं मिला तो कुछ नहीं बचेगा ,किसानो ने 10 से 12 हजार एकड़ क़र्ज़ लेके खेती की है अब सब बर्बाद होते दिख रहा है
.
गोकुल साहू के बेटे महेन्द्र ने बताया की पिता पहले हो क़र्ज़ से परेशान थे अब उसपे फसल बर्बाद हो गई .इनके पास 8 एकड़ जमींन थी खेती के लिए क़र्ज़ लेके एक ट्रेक्टर ख़रीदा था,जिसकी किश्त चुकाने में 2.5 एकड़ खेत बिक गया ,इसके बाबजूद अभी भी क़र्ज़ के तकाजे से वो परेशांन थे .
संकेत ठाकुर ने मांग की है की किसान की आत्महत्य सरकार की संवेदनहीनता का प्रमाण है ,अपनी फसल को देख के किसान घबराये हुए है , जल्दी ही पानी नहीं छोड़ा गया तो खेती के हालात और भयावह हो जायेंगे.किसान के परिवार को 10 लाख रुपये और उनके किसी परिजन को तुरंत नोकरी दी जानी चाहिए .
वामपथी दलों और कांग्रेस ने तत्काल 30 लाख का मुआवजा और नोकरी की मांग की है
छत्तीसगढ़ के अधिकांश जिलो में सूखे की स्थिति बन गई है और सरकार बड़ी कम्पनियों की जी हुजूरी में लगी है ।
सरकार तुरन्त खेतो के लिए पानी छोड़े और किसानो के विपत्ति के समय सहायता के लिए सामने आये।

[cg khabar]


संवाददाता: छत्तीसगढ़ के आरंग के पास शुक्रवार को एक किसान ने आत्महत्या कर ली है.आत्महत्या करने वाले किसान ने आरंग के पास लखौरी के रेलवे ट्रैक पर कटकर अपनी जान दे दी है. बताया जा रहा है कि इसने कर्ज के कारण यह आत्महत्या की है.
कर्ज में डूबे किसान ने शुक्रवार सुबह 7.55 बजे ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी. मंदिर हसौद थाना क्षेत्र के ग्राम रींवा के किसान गोकुल राम पिता केजू साहू ने खेतों में दो बार रोपाई की थी. उसने खेती के लिए कर्ज ले रखा था लेकिन बारिश न होने से फसल चौपट हो गई.
मृतक की पत्नी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से गोकुल की तबियत भी ठीक नहीं थी. खेतों की बरबादी और कर्ज से परेशान गोकुल शुक्रवार सुबह घर से निकला और दो किलोमीटर दूर स्थित वाल्टेयर रेल लाइन के ट्रेक पर रायपुर की ओर आ रही समता एक्सप्रेस के आगे कूद गया.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक उस वक्त ट्रेन की रफ्तार काफी कम थी इंजन से टकराने के बाद मृतक छिटककर दूर जा गिरा और मौके पर ही उसकी मौत हो गई. आरंग पुलिस ने मर्ग कायम कर डायरी जीआरपी रायपुर को भेज दी है.
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के गांवों में रोज करीब 25 लोग आत्महत्या की कोशिश करते हैं. इनमें से 60 फीसदी की उम्र 29 वर्ष के कम होती है.
छत्तीसगढ़ में इमरजेंसी 108 एंबुलेंस सेवा चलाने वाले जीवीके-ईएमआरआई ने संयोग से गुरुवार को ही यह जानकारी मीडिया को दी है.
जीवीके-ईएमआरआई का यह आकड़ा अगस्त, 2014 से अगस्त, 2015 के बीच का है. गौरतलब है कि यह संख्या आत्महत्या की कोशिश करने वालों की है. आत्महत्या से हुई मौतों का आकड़ा पुलिस के अनुसार साल 2014 में 5,683 लोगों का है.
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में प्रति लाख व्यक्तियों में आत्महत्या करने वालों की संख्या 22.4 है जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह संख्या 10.6 है. इन आकड़ों से जाहिर होता है कि छत्तीसगढ़ में आत्महत्या करने वालों की संख्या गौर करने लायक है.


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