छत्तीसगढ़: हड़ताल पर हैं उद्योगपति
Thursday, September 3, 2015
[सीजी खबर ]
रायपुर | संवाददाता: बढ़ते बिजली बिल के खिलाफ छत्तीसगढ़ के 105 मिनी स्टील प्लांट हड़ताल पर हैं. यह हड़ताल 1 सितंबर से शुरु हुई है. यह हड़ताल वहां काम करने वाले कर्मचारियों ने नहीं वरन् मालिकान ने की है. राजधानी के उरला, सिलतरा, भनपुरी आदि औद्योगिक क्षेत्रों में स्टील कारखानें बंद रहे। इस हड़ताल को विभिन्न संगठनों ने अपना समर्थन दिया है। ऐसा पहली बार हुआ है जब स्टील सेक्टर के सभी उद्योगपतियों ने एक साथ उत्पादन बंद किया है। बुधवार को सुबह 10 बजे से ही उद्योगपति ने रायपुर के बूढ़ापारा में धरना दिया.
उनका कहना है कि 1 जून से बिजली के टैरिफ में जो 22 से 27 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है उसे वापस ले. उनके हड़ताल को स्पंज आयरन, रि-रोलर्स एसोसिएशन व चेम्बर ऑफ कॉमर्स ने भी समर्थन दिया.
छत्तीसगढ़ मिनी स्टील प्लांट एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक सुराना का कहना है कि स्टील उद्योग इन दिनों काफी खराब स्थिति से गुजर रहे है. इनके लिए जल्द ही कुछ नहीं किया गया तो ये बंद हो जाएंगे. बिजली मुद्दे को लेकर पिछले तीन महीने से उद्योगपतियों को आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला है. आज की बैठक में नई रणनीति तय हो जाएगी.
उल्लेखनीय है कि 1 जून 2015 से बिजली टैरिफ की दरों में 27 फीसदी की बढ़ोतरी के बाद प्रति मिनी स्टील प्लांट को 16 लाख रुपए का अतिरिक्त बिल देना पड़ रहा है.
एसोसिएशन ने आरोप लगाया कि रायपुर से 300 किमी दूर रायगढ़ में स्थित जिंदल स्टील एंड पॉवर लिमिटेड जिंदल पार्क में स्थापित 32 मिनी स्टील प्लांटों को 2.50 रुपए प्रति यूनिट से बिजली दी जा रही है. इनके अलावा बाकी सभी प्लांटों को 5.78 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली दी जा रही है.
छत्तीसगढ़ में 105 मिनी स्टील प्लांट हैं. इनमें हर महीने 3 लाख 20 हजार मीट्रिक टन इन्गाड एवं बिलेट का उत्पादन होता है. इन प्लांटों में हर दिन 400 मेगावाट की बिजली खपत होती है. इस बिजली का 150 करोड़ रुपए हर महीने भुगतान किया जाता है.
मंदी और आर्थिक तंगी के बावजूद 50 हजार मजदूरों को रोजगार देने के लिए प्लांट संचालित किये जा रहे हैं. इसके बाद भी राज्य सरकार ने इस साल 27 फीसदी बिजली दर में बढ़ोतरी कर प्लांटों को बंद कराने की तैयारी कर ली है.
उधर, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि मिनी स्टील प्लांटों के लिए उद्योग विभाग द्वारा प्रस्ताव तैयार किया गया है. जिस पर कैबिनेट की अगली बैठक में विचार किया जाएगा.
छत्तीसगढ़ के मिनी स्टील प्लांटों के हड़ताल को चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, उरला इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, उद्योग चैंबर, रायपुर आयरन एंड स्टील ट्रेड एसोसिएशन, छत्तीसगढ़ स्टील रि-रोलर्स एसोसिएशन, छत्तीसगढ़ स्पंज आयरन मैन्युफेक्चरिंग एसोसिएशन, छत्तीसगढ़ आयरन एंड स्टील एजेंट एसो, छत्तीसगढ़ उद्योग महासंघ, रायगढ़ इस्पात उद्योग संघ तथा छत्तीसगढ़ स्टील चैंबर ने अपना समर्थन दिया.
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