सोनी सॉरी के भाई रामदेव सोरी की फ़ोर्स के लोगो ने की बन्दुक के बट से पिटाई
[ लिंगा राम की रिपोर्ट]
कल 12/9/15 शाम 6:30 बजे दंन्तेवाड़ा के कुआकोण्ड़ा ब्लाक के पालनार गाँव के बजार पारा में ग्रामीणों को एस. टी. एफ. केे जवानो ने दौड़ा - दौड़ा कर मारा . इस मार पीट में महिलाओं को भी गन्धी गालीयों से संबोधन किया गया . सोनी सोढ़ी के भाई रामदेव सोरी को भी बुरी तरह मार पीट किया गया हैं. रामदेव सोरी का कहना हैं कि बंदुक के बट से मुझे मारे हैं. किस वजह से मारे हैं पुछने पर बता़या कि बिना वजह के मारे हैं, वजह पुछने पर STF के जवानों ने गोली मारने की दमकी दिया और बंदुक की नली भी पेट में टिका़या गया था.क्या ये पुलिस प्रशासन की गुड्डागीरी नहीं हैं? ये लोकतंत्र हैं या पुलिस का गुड्डाराज? छत्तीसगंढ़ सरकार कहती हैं कि सेना जानता की रंकचा के लिए होती हैं फिर ये जवान बंचक कैसे बन गये? रमन सरकार कहां हैं बस्तर के लोगों को मारने के लिए फोर्स को भेजे हैं या सुरंकचा के लिए? क्या ये राजनीती हैं या राजनीती के नाम पर सलवा जुडूम को दुबारा चलवाने की साजीस? यही नही समेली कैम्प के CRPF के जवानों नेे जबेली आश्रम के एक शिचक के साथ भी 11/9/15 को मार पीट किया हैं. ये पुलिस प्रशासन का गुड्डाराज हैं या बंदूक राज? जिसके पास बंदुक है वह बस्तर का राजा हैं. फिर बस्तर में लोकतंत्र कहां हैं? हम आदीवासी लोकतंत्र की तलाश में है , आखिर देश में लोकतंत्र कहां हैं?
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