बस्तर के जंगलो में यू जी बी एल का स्तेमाल हो रहा हैं
पुलिस ने एक विज्ञप्ति में बताया हैं की सुकमा के रामाराम के जंगलो में मजबूरीवश यूजीबीएल [ अंदर बैरेल ग्रेनेड लॉन्चर ] के उपयोग करना पड़ा , 7 लोग मरे भी गए ,जिन्हे पुलिस ने माओवादी बताया ,हो भी सकता है की वो माओवादी हों या निर्दोष ग्रामीण भी हो सकते है ,क्योकि मारक क्षमता वाला ग्रेनेड का हमला किसी एक स्थान पे सटीक नहीं हो सकता ,जिस स्थान या पे ये फटता है वो जगह कोई एक निश्चित नहीं हो सकती ,साथ में बहुत से निर्दोष क एमरे जाने की सम्भावना बानी रहती हैं , वो जगह जंगल है या आदिवासी गॉव इसका कुछ खुलासा नहीं किया गया हैं।
इस हथियार का स्तेमाल भारतीय सेना सीमा पे दुश्मनो के लिए करती है , हथोयार की सामान्य जानकारी निचे दी गई है , हमारी आपत्ति सिर्फ ये है की इतने खतरनाक हतियार के स्तेमाल से गॉव में रहने वाले निर्दोष ग्रामीणो की जान जाने की सम्भावना बहुत ज्यादा हैं,
The 40 mm Under Barrel Grenade Launcher, is a single shotgrenade launcher developed by ARDE and Ordnance Factory Tiruchirappalli[1] for use with the INSAS and AK-47 rifles used by theIndian Army. Stand alone versions of the grenade launcher exist.[2]
पुलिस ने एक विज्ञप्ति में बताया हैं की सुकमा के रामाराम के जंगलो में मजबूरीवश यूजीबीएल [ अंदर बैरेल ग्रेनेड लॉन्चर ] के उपयोग करना पड़ा , 7 लोग मरे भी गए ,जिन्हे पुलिस ने माओवादी बताया ,हो भी सकता है की वो माओवादी हों या निर्दोष ग्रामीण भी हो सकते है ,क्योकि मारक क्षमता वाला ग्रेनेड का हमला किसी एक स्थान पे सटीक नहीं हो सकता ,जिस स्थान या पे ये फटता है वो जगह कोई एक निश्चित नहीं हो सकती ,साथ में बहुत से निर्दोष क एमरे जाने की सम्भावना बानी रहती हैं , वो जगह जंगल है या आदिवासी गॉव इसका कुछ खुलासा नहीं किया गया हैं।
इस हथियार का स्तेमाल भारतीय सेना सीमा पे दुश्मनो के लिए करती है , हथोयार की सामान्य जानकारी निचे दी गई है , हमारी आपत्ति सिर्फ ये है की इतने खतरनाक हतियार के स्तेमाल से गॉव में रहने वाले निर्दोष ग्रामीणो की जान जाने की सम्भावना बहुत ज्यादा हैं,
The 40 mm Under Barrel Grenade Launcher, is a single shotgrenade launcher developed by ARDE and Ordnance Factory Tiruchirappalli[1] for use with the INSAS and AK-47 rifles used by theIndian Army. Stand alone versions of the grenade launcher exist.[2]
Design[edit]
The 40mm UBGL can be attached to Indian INSAS and AK-47 rifles, and has a 3-point attachment for rigidity. The UBGL has an in-built safety to prevent accidental firing. The trigger system is, located on the side of the barrel, allowing the soldier to fire both the rifle and grenade launcher without having to change his firing posture.[2]
The weapon uses a simple ladder sight mechanism, similar to the GP-25. It also has tritium illuminated sights for night firing. The ammunition fired by the UBGL, is similar to the Milkor MGL used by the Indian Army, allowing for standardisation.[2]
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