एक और सीआरपीएफ के जवान ने की आत्महत्या ,खुदकशी का सिलसिला थम नहीं रहा .
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2.3.2017
पत्रिका
बीजापुर. छत्तीसगढ़ के वनांचल क्षेत्रों में तैनात जवानों की खुदकुशी का सिलसिला थमने का नाम ही ले रहा, जवान एक के बाद एक लगातार खुदकुशी कर अपनी जान दे रह हैं। गुरुवार सुबह एक और जवान ने पहाड़ से कुछकर खुदकुशी कर ली। मृतक जवान सीआरपीएफ का जवान था और वह उसूर थाने में पदस्थ था। मृतक कुछ ही दिनों पहले छुट्टी से वापस लौटा था।
वह तनावग्रस्त नजर आता थ
यह जवान कुछ ही दिन पहले कुआकोंडा से अवकाश बिताकर काम पर लौटा था। किसी समस्या को लेकर वह तनावग्रस्त नजर आता था। मेहतरराम नाग नाम का यह जवान अपनी समस्या को लेकर किसी से जिक्र नहीं करता था। सुबह ड्यूटी के दौरान यह कैंप से निकल गया।
सुरक्षा बल के एक जवान का शव नदी में देखकर चौंके लोग
अता- पता नहीं चलने पर जवानों ने खोजबीन शुरु की
इसके बाद इसका अता- पता नहीं चलने पर जवानों ने खोजबीन शुरु की। कुछ ही दूरी पर इस जवान को किसी ने पहाड़ी की ओर जाते हुए देखा था। इसकी तस्दीक करते सभी लोग पहाड़ी की ऊंचाई पर पहुंंचे। आगे जाने का रास्ता नहीं था। नीचे देखने पर मेहतरराम का शव नजर आया।
आधी रात जवान ने गर्दन में लगाई राइफल फिर अंगूठे से दबा दिया ट्रिगर
इसका खुलासा नहीं हो पाया है
फिलहाल मामला हत्या या आत्महत्या का है इसका खुलासा नहीं हो पाया है। बीते दिनों दंतेवाड़ा के संखिनी नदी में भी एक जवान सूर्यभान थापा का शव बहता हुआ देखा गया था। इन दिनों जवानों की जान गंवाने की संख्या दिनों- दिन बढ़ती जा रही है।
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2.3.2017
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बीजापुर. छत्तीसगढ़ के वनांचल क्षेत्रों में तैनात जवानों की खुदकुशी का सिलसिला थमने का नाम ही ले रहा, जवान एक के बाद एक लगातार खुदकुशी कर अपनी जान दे रह हैं। गुरुवार सुबह एक और जवान ने पहाड़ से कुछकर खुदकुशी कर ली। मृतक जवान सीआरपीएफ का जवान था और वह उसूर थाने में पदस्थ था। मृतक कुछ ही दिनों पहले छुट्टी से वापस लौटा था।
वह तनावग्रस्त नजर आता थ
यह जवान कुछ ही दिन पहले कुआकोंडा से अवकाश बिताकर काम पर लौटा था। किसी समस्या को लेकर वह तनावग्रस्त नजर आता था। मेहतरराम नाग नाम का यह जवान अपनी समस्या को लेकर किसी से जिक्र नहीं करता था। सुबह ड्यूटी के दौरान यह कैंप से निकल गया।
सुरक्षा बल के एक जवान का शव नदी में देखकर चौंके लोग
अता- पता नहीं चलने पर जवानों ने खोजबीन शुरु की
इसके बाद इसका अता- पता नहीं चलने पर जवानों ने खोजबीन शुरु की। कुछ ही दूरी पर इस जवान को किसी ने पहाड़ी की ओर जाते हुए देखा था। इसकी तस्दीक करते सभी लोग पहाड़ी की ऊंचाई पर पहुंंचे। आगे जाने का रास्ता नहीं था। नीचे देखने पर मेहतरराम का शव नजर आया।
आधी रात जवान ने गर्दन में लगाई राइफल फिर अंगूठे से दबा दिया ट्रिगर
इसका खुलासा नहीं हो पाया है
फिलहाल मामला हत्या या आत्महत्या का है इसका खुलासा नहीं हो पाया है। बीते दिनों दंतेवाड़ा के संखिनी नदी में भी एक जवान सूर्यभान थापा का शव बहता हुआ देखा गया था। इन दिनों जवानों की जान गंवाने की संख्या दिनों- दिन बढ़ती जा रही है।
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