डॉ अजय खरे की मृत्यु की सघन उच्चस्तरीय निष्पक्ष जांच जरूरी
श्री शिवराज सिंह जी
मुख्यमंत्री, मध्यप्रदेश शासन, भोपाल
महोदय
विश्वास है कि मध्यप्रदेश में अमानक और नकली दवाओं के विराट घोटाले को उजागर करने वाले मध्यप्रदेश के चिकित्सकों के संगठन के प्रदेश अध्यक्ष, सामाजिक कार्यकर्ता डॉ अजय खरे की कथित सड़क हादसे में हुई मृत्य की सूचना आप तक पहुँची होगी।
इस असाधारण रूप से ईमानदार, योग्य एवं सामाजिक मसलों पर चिंतित व जनता के स्वास्थ्य के प्रति समर्पित डॉक्टर की मृत्यु और घटनास्थल की स्थितियां अनेक आशंकाओं को सामने लाती हैं। इन आशंकाओं के निराकरण के बिना इस हादसे को एक सामान्य सड़क दुर्घटना मान लेना उचित नहीं होगा।
प्रदेश में हाल ही में "व्हिसल ब्लोअर्स" की असुरक्षा के अन्य मामले भी सामने आये हैं। व्यापम के अनेक पहलुओ को सामने लाने वाले "व्हिसल ब्लोअर्स" को तो दिल्ली उच्च न्यायालय में जाकर सुरक्षा की गुहार लगानी पड़ी है। ऐसा लगता है कि, एक ऐसी अफसोसनाक स्थिति उत्पन्न हो गयी है जिसके चलते, मध्यप्रदेश एक भ्रष्ट माफिया की जकड़न में सिमट कर रह गया है।
ऐसी स्थिति में, आशंकाओं के निर्मूलन के लिए, यह आवश्यक हो जाता है कि डॉ अजय कुमार खरे के साथ हुए हादसे की समग्र,सघन,निष्पक्ष तथा उच्चस्तरीय जांच की जाए। जांच की विश्वसनीयता और कारगरता के लिहाज से जरूरी हो जाता है कि इस जांच कार्यवाही के दल में प्रदेश के चिकित्सकों के संगठन के प्रतिनिधि तथा निष्कलंक छवि वाले वरिष्ठतम संभव अधिकारी शामिल किये जाएँ।
आशा है न्यायहित में आप इस तरह की जांच के निर्देश जारी करने का कष्ट करेंगे और ऐसा करके जनता-प्रदेश तथा मनुष्यता के हक़ में अपना कर्तव्य निबाहने वाले जागरूककर्ताओं को आश्वस्त करेंगे ताकि वे बेधड़क होकर भ्रष्ट को भ्रष्ट एवं सत्य को सत्य कह सकें।
शुभकामनाओ सहित
मुख्यमंत्री, मध्यप्रदेश शासन, भोपाल
महोदय
विश्वास है कि मध्यप्रदेश में अमानक और नकली दवाओं के विराट घोटाले को उजागर करने वाले मध्यप्रदेश के चिकित्सकों के संगठन के प्रदेश अध्यक्ष, सामाजिक कार्यकर्ता डॉ अजय खरे की कथित सड़क हादसे में हुई मृत्य की सूचना आप तक पहुँची होगी।
इस असाधारण रूप से ईमानदार, योग्य एवं सामाजिक मसलों पर चिंतित व जनता के स्वास्थ्य के प्रति समर्पित डॉक्टर की मृत्यु और घटनास्थल की स्थितियां अनेक आशंकाओं को सामने लाती हैं। इन आशंकाओं के निराकरण के बिना इस हादसे को एक सामान्य सड़क दुर्घटना मान लेना उचित नहीं होगा।
प्रदेश में हाल ही में "व्हिसल ब्लोअर्स" की असुरक्षा के अन्य मामले भी सामने आये हैं। व्यापम के अनेक पहलुओ को सामने लाने वाले "व्हिसल ब्लोअर्स" को तो दिल्ली उच्च न्यायालय में जाकर सुरक्षा की गुहार लगानी पड़ी है। ऐसा लगता है कि, एक ऐसी अफसोसनाक स्थिति उत्पन्न हो गयी है जिसके चलते, मध्यप्रदेश एक भ्रष्ट माफिया की जकड़न में सिमट कर रह गया है।
ऐसी स्थिति में, आशंकाओं के निर्मूलन के लिए, यह आवश्यक हो जाता है कि डॉ अजय कुमार खरे के साथ हुए हादसे की समग्र,सघन,निष्पक्ष तथा उच्चस्तरीय जांच की जाए। जांच की विश्वसनीयता और कारगरता के लिहाज से जरूरी हो जाता है कि इस जांच कार्यवाही के दल में प्रदेश के चिकित्सकों के संगठन के प्रतिनिधि तथा निष्कलंक छवि वाले वरिष्ठतम संभव अधिकारी शामिल किये जाएँ।
आशा है न्यायहित में आप इस तरह की जांच के निर्देश जारी करने का कष्ट करेंगे और ऐसा करके जनता-प्रदेश तथा मनुष्यता के हक़ में अपना कर्तव्य निबाहने वाले जागरूककर्ताओं को आश्वस्त करेंगे ताकि वे बेधड़क होकर भ्रष्ट को भ्रष्ट एवं सत्य को सत्य कह सकें।
शुभकामनाओ सहित
बादल सरोज
सी पी आई (एम) मध्यप्रदेश
सी पी आई (एम) मध्यप्रदेश
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