विदेशी निवेश की सीमा छब्बीस प्रतिशत से बढ़ा कर उनचास प्रतिशत कर दी है .
आपको अंदाज़ है कि इसका क्या असर हो सकता है ?
हिमांशु कुमार
आज भाजपा सरकार ने बीमा क्षेत्र में विदेशी निवेश की सीमा छब्बीस प्रतिशत से बढ़ा कर उनचास प्रतिशत कर दी है .
आपको अंदाज़ है कि इसका क्या असर हो सकता है ?
आप सोच रहे हैं कि आपको क्या फर्क पड़ेगा ? नहीं लेंगे आप बीमा
आप खुद को भयानक जिंदगी में फंसा हुआ पायेंगे जनाब
अमरीका में यह बीमा कंपनियां बड़ी ताकतवर हैं
अमरीका में अगर आप का बीमा नहीं है तो आपका इलाज नहीं होगा
प्राइवेट इलाज इतना महंगा है कि आप उसके बारे में सोच भी नहीं सकते .
सिर्फ बीमाधारक ही इन प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवा सकते हैं
यह बीमा कंपनियां सरकारी अस्पतालों में इलाज की सुविधाएँ ठप्प करवा देती हैं
आप झख मार कर बीमा लेते हैं , क्योंकि आप जिंदा रहना चाहते हैं
इनका प्रीमियम बहुत भारी धनराशी वाला होता है
अगर आप ने बीमा लिया तो आप अब बिना नौकरी के जी ही नहीं सकते
तो जिंदा रहने के लिए आप को नौकरी चाहिये ही
यह कंपनियां सरकार को अपनी नौकरियां कम करने के लिए भी मजबूर करती हैं
अब नौकरियां सिर्फ कंपनियों के पास बचती हैं
इसके बाद आप इन कंपनियों के खिलाफ़ सोचने से भी डरने लगते हैं
यही होती है गुलामी की इन्तेहा
जहां इंसान दूसरे इंसान का गुलाम बन जाता है
ये नई तरह की गुलामी है
इसका रैपर गुलाबी है
संभल कर स्वीकार कीजियेगा हुज़ूर
आपको अंदाज़ है कि इसका क्या असर हो सकता है ?
आप सोच रहे हैं कि आपको क्या फर्क पड़ेगा ? नहीं लेंगे आप बीमा
आप खुद को भयानक जिंदगी में फंसा हुआ पायेंगे जनाब
अमरीका में यह बीमा कंपनियां बड़ी ताकतवर हैं
अमरीका में अगर आप का बीमा नहीं है तो आपका इलाज नहीं होगा
प्राइवेट इलाज इतना महंगा है कि आप उसके बारे में सोच भी नहीं सकते .
सिर्फ बीमाधारक ही इन प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवा सकते हैं
यह बीमा कंपनियां सरकारी अस्पतालों में इलाज की सुविधाएँ ठप्प करवा देती हैं
आप झख मार कर बीमा लेते हैं , क्योंकि आप जिंदा रहना चाहते हैं
इनका प्रीमियम बहुत भारी धनराशी वाला होता है
अगर आप ने बीमा लिया तो आप अब बिना नौकरी के जी ही नहीं सकते
तो जिंदा रहने के लिए आप को नौकरी चाहिये ही
यह कंपनियां सरकार को अपनी नौकरियां कम करने के लिए भी मजबूर करती हैं
अब नौकरियां सिर्फ कंपनियों के पास बचती हैं
इसके बाद आप इन कंपनियों के खिलाफ़ सोचने से भी डरने लगते हैं
यही होती है गुलामी की इन्तेहा
जहां इंसान दूसरे इंसान का गुलाम बन जाता है
ये नई तरह की गुलामी है
इसका रैपर गुलाबी है
संभल कर स्वीकार कीजियेगा हुज़ूर
No comments:
Post a Comment