किसानो ने लिया संकल्प किसी भी कीमत पर उजड़ने नहीं देंगे पेंड्रा वन जलाशय ।
जलाशय बचाने चरणबद्ध आंदोलन होगा।
आज दिनांक 15-02-2017 को बंगोली स्थित पेण्ड्रावन जलाशय बचाने किसान पंचायत आयोजित की गई ,जहाँ हजारों किसान शामिल हुए । पेण्ड्रावन बचाओ किसान संघर्ष समिति के तत्वाधान में आयोजित किसान पंचायत में सभी ने एक स्वर में, राज्य सरकार द्वारा जलाशय के केचमेंट में अल्ट्राटेक् कंपनी को पत्थर खनन हेतु अनुमति अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने का कड़े शब्दों में निंदा की एवं इसके विरोध में व्यापक एवं चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की । किसान पंचायत में बांध को हर कीमत पर बचाने का संकल्प लिया गया। सभा में उपस्थित किसानो ने बताया कि इस जलाशय से 2600 एकड़ कृषि रकबा की सिंचाई होती है तथा पूरे खरोरा और बंगोली क्षेत्र में भूमिगत जल स्तर को बनाये रखता हैं। इस जलाशय का पानी निस्तारी उपयोग का सबसे बड़ा साधन हैं । इस पर हजारों किसानों का जीवन यापन निर्भर है ।आंदोलन का समर्थन करते हुए विधायक धनेन्द्र साहू ने कहा कि किसान बांध बनाने की मांग करते हैं, परंतु दुर्भाग्य की बात है कि हमें जलाशय की बर्बादी को बचाने आंदोलन करने मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक अनापत्ति प्रमाण पत्र निरस्त नहीं की जाती तब तक विधानसभा की कार्यवाही नहीं चलने दी जायेगी।क्षेत्रीय विधायक एवं छ ग पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष देवजी। पटेल ने कहा कि मैं हर मोर्चे पर अपने किसान भाइयों के साथ खड़ा रहूँगा और आगामी विधानसभा सत्र में सदन की अवमानना का मुद्दा उठाएंगे ।सरकार को एनओसी को हर हाल में निरस्त करना होगा ।
किसान पंचायत ने निर्णय लिया की मुख्यमंत्री से मुलाकात कर खनन की अनापत्ति निरस्त करने मांग की जायेगी तथा सभी राजनितिक दलों से इस मुद्दे पर सहयोग की अपील की जायेगी ।यदि सरकार ने यथाशीघ्र noc निरस्त कर खनन के प्रस्ताव को समाप्त नहीं किया तो आगामी विधानसभा सत्र के दौरान सदन का घेराव किया जायेगा। छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के आलोक शुक्ला ने सरकार के किसान विरोधी रवैये की आलोचना करते हुए पुरे घटनाक्रम की जानकारी दी और आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने किसानों के हितों को अनदेखा कर कारपोरेट मुनाफे के लिए यह noc दी हैं।
भवदीय
पेण्ड्रा वन जलाशय बचाओ संघर्ष समिति
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