कोयली बेडा के मरकनार में फ़ोर्स का ग्रामीणो के साथ मारपीट और जान से मरने की धमकी ,नक्सली सिद्द करने की कबायद
प्रताड़ित ग्रामीणो की पीड़ा जैसा उन्होंने लिखा
उत्तरी बस्तर के कांकेर जिले में कोयली बेडा के ग्राम मरकानार में दो दिसंबर बुधवार को कोयली बेडा मेढकी नदी और मरकानार के बीच हुए बम विस्फोट को लेके थाना कोयलीबेड़ा से फ़ोर्स लगभग दोपहर तीन बजे ग्राम मरकानार में खेत में काम करने वाले लोगो आयतु ध्रुव ,रामलाल ध्रुव ,राम चन्द्र दर्रो बजनु राम ध्रुव ,हिरदु निषाद ,धंनु राम उसेंडी ,बैजनाथ ध्रुव ,अर्जुन कड़ियांम और एक मेहमान श्याम सिंह दुग्गा को घर से बुला ले बीच जंगल में नौ लोगो का सामूहिक फोटो खिंच के घटना स्थल से होते हुए थाने ले गए और वहाँ जाके पुलिस अधिकारियो के सामने सभी नौ लोगो के नाम रजिस्टर में अंकित किया।
इसके बाद फ़ोर्स के लोगो ने घटना के बारे में पूछ ताछ किया ,और सभी लोगो को एक कमरे में बंद करके लात घुसे डंडा और बेल्ट से बेरहमी से पिटाई की गई , इस मारपीट में रामचन्द्र दर्रो बेहोश हो गया। इसके बाद दबा बनाते हुए दुबारा 4 दिसंबर दिन शुक्रवार को सुबह 9 बजे पुरे गाव को उपस्थित होने का आदेश देने का बाद रात को 10 बजे छोड़ा गया।
अगले दिन 4 दिसंबर को पूरे गाव के लोग सुबग 9 बजे थाने में उपस्थित हुए ,पुरे दिन पुरे गाव के लोगो को बेवजह बिठाया गया और 17 व्यक्तियों से बरी बारी पूछताछ की गई और उन्हें अलग अलग कमरो में तीन तीन पुलिस वालो ने लात घुसो बेल्ट डंडे से बुरी तरह से मारपीटा गया , जिससे राजेन्द्र ध्रुव और शेषन लावतरे बेहोश हो गया।
जिन ग्रामीणो के साथ मारपीट की गई उनके नाम है , रामलाल धुर्व ,शेषन लाउत्तरे ,राम लाल दर्रो ,हीरालाल आँचले ,सुबीर कौशल ,आयतु राम ध्रुव ,धनी राम मांडवी ,महेर सिंह ध्रुव ,राजेन्द्र ध्रुव ,शंकर अचला ,बजणु राम ध्रुव ,अर्जुन कड़ियां ,सग्राम सलाम ,हिरदु राम निषाद ,बेहा राम अचला और अजित ध्रुव है।
पुरे गाव को बुरी तरह प्रताड़ित करने के बाद अगले दिन शनिवार दिनाक 5 दिसंबर 15 को फिर उपस्थित होने को कह के रात में 10 बजे छोड़ा गया। बजे तीसरी बार 5 दिसंबर को फिर पुरे गाव के लोग थाने में हाजिर हुए ,फिर वही कहानी दोहराई गई इन सब से अलग अलग पूछ ताछ के बार मार पीट की गई और शाम को 7 बजे यह कह के छोड़ दिया की तुम लोगो में से तीन चार लोगो को समय आने पे नक्सली केस में फसा के जेल भेज दिया जायेगा।
ग्रामीणो ने कलेक्टर और एसपी से लिखित में शिकायत करते हुए लिखा है की महोदय हम ग्राम वासी खेती मजदूरी ,वनोपज सग्रह करके बड़ी मुश्किल में अपना जीवन का भरण पोषण करते है ,घने जंगलो में नक्सलियों और पुलिस के बीच किसी तरह अपना जीवन वसर कर रहे हैं। हम कोई घटना के बारे में कुछ नहीं जानते बस हमें पुलिस बार बार प्रताड़ित करती रहती हैं। ऐसी किसी नक्सली घटना से हमारा कोई वास्ता नहीं है और न ही कुछ हमलोगो को कुछ मालूम ही हैं।
ग्रामीणो ने पत्र में लिखा है की ऐसी प्रताड़ना की घटनाये रोज की बात हो गई है। ये पुलिस और नक्सलियों के बीच की लड़ाई है और हम ग्रामवासी इसमें बेगुनाह प्रताड़ित होते रहते है। आज कल रोज पुलिस हमारे साथ मारपीट करती रहती है।
उन्होंने अपील की है की ऐसे जिम्मेदार फ़ोर्स के लोगो के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही की जाये और उन्हें निलंबित करके उनके खिलाफ जाँच की जाये।
ऐसी ही एक अन्य शिकायत 7 नवम्बर 2015 की है ,
मरकानार में 7 नवम्बर को दिन शनिवार को सुबह साढ़े पांच बजे जिला पुलिस बल और बीएसएफ की सयुक्त टीम ने गांव का घेराव करके सब को जगाया गया ,और पांच व्यक्तियों को मारकानार और बड़ापारा के बीच जगल में सुबीर कौशल ,राम चन्द्र दर्रो ,आयतु राम ध्रुव ,मखलू राम ध्रुव [ग्राम पटेल ] और राजेन्द्र ध्रुव को अलग अलग करके नक्सलियों के बारे में कड़ाई से पूछ ताछ किया गया ,इनमे से राजेन्द्र ध्रुव और सुबीर कौशल को नंगा बदन करके 80 -100 बार उठक बैठक करवाया गया और खड़े खड़े पी टी कराई और नक्सलियों द्वारा स्टाप डेम में लगी गाड़ियों को जलाने ,पर्चे फेंकने और सामग्री पहुचने के बारे में पूछ ताछ की गई।
साथ में तलब से मछली पकड़ के चावल बनाने को खा गए जिसका कोई भुगतान फ़ोर्स के लोगो न ेनह किया और खा पीके पकडे गए लड़को को म छोड़ दिया और कहा की सभी पांच लोग थाने में हाजिर होंगे एस अादेश देके चले गया।
दूसरे दिन 4 बजे सभी ग्रामीणो ने अपनी उपस्थिति दी उन लोगो से धमकी देते हुए कहा की तुम सब लोगो के खिलाफ वारंट है कभी भी कोयली बेडा में वारदात होगा तो तुम लोगो को जेल जाने के लिया तैयार रहना पड़ेगा। इसके बाद लाईन वाले कोरे कागज में हस्ताक्षर करवा के शाम 5 ,30 बजे छोड़ दिया गया।
ग्रामवासियो ने इस घटना की भी रिपोर्ट कलेक्टर और एसपी को की और निवेदन किया की दोषी अधिकारियो के खिलाफ कार्यवाही की जाये।
आज तक न तो पुलिस वालो के खिलाफ कोई कार्यवाही हुई और न ग्राम वासियो की प्रताड़ना ही कम हुई है।
आवेदन पे सुबीर प्रेमलाल कौशल ,रामचन्द्र सोम सिंह दर्रो ,आयतु गस्सु राम ध्रुव ,तथा जिला पंचायत सदस्य के हस्ताक्षर हैं ,
प्रताड़ित ग्रामीणो की पीड़ा जैसा उन्होंने लिखा
उत्तरी बस्तर के कांकेर जिले में कोयली बेडा के ग्राम मरकानार में दो दिसंबर बुधवार को कोयली बेडा मेढकी नदी और मरकानार के बीच हुए बम विस्फोट को लेके थाना कोयलीबेड़ा से फ़ोर्स लगभग दोपहर तीन बजे ग्राम मरकानार में खेत में काम करने वाले लोगो आयतु ध्रुव ,रामलाल ध्रुव ,राम चन्द्र दर्रो बजनु राम ध्रुव ,हिरदु निषाद ,धंनु राम उसेंडी ,बैजनाथ ध्रुव ,अर्जुन कड़ियांम और एक मेहमान श्याम सिंह दुग्गा को घर से बुला ले बीच जंगल में नौ लोगो का सामूहिक फोटो खिंच के घटना स्थल से होते हुए थाने ले गए और वहाँ जाके पुलिस अधिकारियो के सामने सभी नौ लोगो के नाम रजिस्टर में अंकित किया।
इसके बाद फ़ोर्स के लोगो ने घटना के बारे में पूछ ताछ किया ,और सभी लोगो को एक कमरे में बंद करके लात घुसे डंडा और बेल्ट से बेरहमी से पिटाई की गई , इस मारपीट में रामचन्द्र दर्रो बेहोश हो गया। इसके बाद दबा बनाते हुए दुबारा 4 दिसंबर दिन शुक्रवार को सुबह 9 बजे पुरे गाव को उपस्थित होने का आदेश देने का बाद रात को 10 बजे छोड़ा गया।
अगले दिन 4 दिसंबर को पूरे गाव के लोग सुबग 9 बजे थाने में उपस्थित हुए ,पुरे दिन पुरे गाव के लोगो को बेवजह बिठाया गया और 17 व्यक्तियों से बरी बारी पूछताछ की गई और उन्हें अलग अलग कमरो में तीन तीन पुलिस वालो ने लात घुसो बेल्ट डंडे से बुरी तरह से मारपीटा गया , जिससे राजेन्द्र ध्रुव और शेषन लावतरे बेहोश हो गया।
जिन ग्रामीणो के साथ मारपीट की गई उनके नाम है , रामलाल धुर्व ,शेषन लाउत्तरे ,राम लाल दर्रो ,हीरालाल आँचले ,सुबीर कौशल ,आयतु राम ध्रुव ,धनी राम मांडवी ,महेर सिंह ध्रुव ,राजेन्द्र ध्रुव ,शंकर अचला ,बजणु राम ध्रुव ,अर्जुन कड़ियां ,सग्राम सलाम ,हिरदु राम निषाद ,बेहा राम अचला और अजित ध्रुव है।
पुरे गाव को बुरी तरह प्रताड़ित करने के बाद अगले दिन शनिवार दिनाक 5 दिसंबर 15 को फिर उपस्थित होने को कह के रात में 10 बजे छोड़ा गया। बजे तीसरी बार 5 दिसंबर को फिर पुरे गाव के लोग थाने में हाजिर हुए ,फिर वही कहानी दोहराई गई इन सब से अलग अलग पूछ ताछ के बार मार पीट की गई और शाम को 7 बजे यह कह के छोड़ दिया की तुम लोगो में से तीन चार लोगो को समय आने पे नक्सली केस में फसा के जेल भेज दिया जायेगा।
ग्रामीणो ने कलेक्टर और एसपी से लिखित में शिकायत करते हुए लिखा है की महोदय हम ग्राम वासी खेती मजदूरी ,वनोपज सग्रह करके बड़ी मुश्किल में अपना जीवन का भरण पोषण करते है ,घने जंगलो में नक्सलियों और पुलिस के बीच किसी तरह अपना जीवन वसर कर रहे हैं। हम कोई घटना के बारे में कुछ नहीं जानते बस हमें पुलिस बार बार प्रताड़ित करती रहती हैं। ऐसी किसी नक्सली घटना से हमारा कोई वास्ता नहीं है और न ही कुछ हमलोगो को कुछ मालूम ही हैं।
ग्रामीणो ने पत्र में लिखा है की ऐसी प्रताड़ना की घटनाये रोज की बात हो गई है। ये पुलिस और नक्सलियों के बीच की लड़ाई है और हम ग्रामवासी इसमें बेगुनाह प्रताड़ित होते रहते है। आज कल रोज पुलिस हमारे साथ मारपीट करती रहती है।
उन्होंने अपील की है की ऐसे जिम्मेदार फ़ोर्स के लोगो के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही की जाये और उन्हें निलंबित करके उनके खिलाफ जाँच की जाये।
ऐसी ही एक अन्य शिकायत 7 नवम्बर 2015 की है ,
मरकानार में 7 नवम्बर को दिन शनिवार को सुबह साढ़े पांच बजे जिला पुलिस बल और बीएसएफ की सयुक्त टीम ने गांव का घेराव करके सब को जगाया गया ,और पांच व्यक्तियों को मारकानार और बड़ापारा के बीच जगल में सुबीर कौशल ,राम चन्द्र दर्रो ,आयतु राम ध्रुव ,मखलू राम ध्रुव [ग्राम पटेल ] और राजेन्द्र ध्रुव को अलग अलग करके नक्सलियों के बारे में कड़ाई से पूछ ताछ किया गया ,इनमे से राजेन्द्र ध्रुव और सुबीर कौशल को नंगा बदन करके 80 -100 बार उठक बैठक करवाया गया और खड़े खड़े पी टी कराई और नक्सलियों द्वारा स्टाप डेम में लगी गाड़ियों को जलाने ,पर्चे फेंकने और सामग्री पहुचने के बारे में पूछ ताछ की गई।
साथ में तलब से मछली पकड़ के चावल बनाने को खा गए जिसका कोई भुगतान फ़ोर्स के लोगो न ेनह किया और खा पीके पकडे गए लड़को को म छोड़ दिया और कहा की सभी पांच लोग थाने में हाजिर होंगे एस अादेश देके चले गया।
दूसरे दिन 4 बजे सभी ग्रामीणो ने अपनी उपस्थिति दी उन लोगो से धमकी देते हुए कहा की तुम सब लोगो के खिलाफ वारंट है कभी भी कोयली बेडा में वारदात होगा तो तुम लोगो को जेल जाने के लिया तैयार रहना पड़ेगा। इसके बाद लाईन वाले कोरे कागज में हस्ताक्षर करवा के शाम 5 ,30 बजे छोड़ दिया गया।
ग्रामवासियो ने इस घटना की भी रिपोर्ट कलेक्टर और एसपी को की और निवेदन किया की दोषी अधिकारियो के खिलाफ कार्यवाही की जाये।
आज तक न तो पुलिस वालो के खिलाफ कोई कार्यवाही हुई और न ग्राम वासियो की प्रताड़ना ही कम हुई है।
आवेदन पे सुबीर प्रेमलाल कौशल ,रामचन्द्र सोम सिंह दर्रो ,आयतु गस्सु राम ध्रुव ,तथा जिला पंचायत सदस्य के हस्ताक्षर हैं ,
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